ज़िंदगी


कुछ पाने और खोने की कहानी है ज़िंदगी,
 तेरे और मेरे आपसी, सब समझना है ज़िंदगी || 
तेरे साथ मौत के बाद भी है ज़िंदगी,
तेरे बग़ैर फिर क्या ही है ज़िंदगी || 
चलो साथ मेरे, दिखा दूं क्या है ये ज़िंदगी,
 कितना ख़ूबसूरत खाब्ब है ज़िंदगी ||

~~Rakshit

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